हेलो दोस्तों! आज हम जानेगे की M.R.P kya hota hai? M.R.P. का पूर्ण नाम क्या है? और MRP के बारे में सब कुछ जो हम सबको पता होना चाहिए।
आज के समय में आप जब कभी बाजार जाते है किसी भी वास्तु को खरीदते है तो सब से पहले आप उसका MRP check करते है की वह वास्तु कितने की है।
वास्तु चाहे छोटी हो या बड़ी हर किसी में उसका एमआरपी लिखा होता है साथ वह वास्तु कब बनाये गए, किस ने बनाये और कब तक के लिए valid है ( खास कर खाने पीने की चीज़े) में उनके Expire date भी लिखे होते है।
आये जानते है :-
M.R.P kya hota hai?
2009 में Packaged Commodities Rules के अनुसार कोई भी दूकान दार एमआरपी से ज्यादा कीमत पर सामान नहीं बेच सकता । M.R.P से ज्यादा कीमत पर सामान बेचना गैरकानूनी होता है ।
MRP किसी भी Product की Maximum Retail Price होती है मतलब की सब से ज्यादा अधिक कीमत जो की Product बनाने वाले Companies के दवारा तय की जाती है।
M.R.P में सामान बनाने की कीमत से ले कर दुकानदारों तक पहुंचने तक का शुल्क और सभी प्रकार के taxes से ले कर सबका मुनाफा भी जुड़ा हुआ रहता है ।
इसलिए एमआरपी से कम में तो सामान बीचा जा सकता है लेकिन M.R.P से ज्यादा में सामान बेचना गैरकानूनी होता है।
M.R.P ka Full Form?
बहुत से लोग ये जानना चाहते है की M.R.P. का पूर्ण नाम क्या है? MRP का Full Form क्या है? एमआरपी का फुल फॉर्म क्या है? तो
MRP का फुल फॉर्म है Maximum Retail Price (अधिकतम खुदरा मूल्य)
M.R.P Law
जितने भी प्रकार के Consumers Products होते है उन सब के पीछे M.R.P लिखा होता है जिसका मतलब उस Product का मैक्सिमम रिटेल प्राइस जो की 1990 में Ministry of Civil Supplies, Department of Legal Metrology के दवारा बनाया गया।
जिसका मूल उदेश टैक्स चोरे होने से बचना और बिचोलिये से अपने ग्राहकों को बाहरी नुक्सान और लूट से बचा था
Consumers Goods Act के अनुसार इंडिया me कोई भी Consumers Goods और products को बेचने के लिए उस पर एमआरपी मतलब की अधिकतम खुदरा मूल्य लिखा होना आवशयक है।
M.R.P kyu banaya?
एमआरपी ग्राहकों की अधिकारों की रक्षा के लिए और उनके साथ फ्रॉड न हो सभी को एक समान अधिकार हो इसलिए बनाया गया ।
क्या M.R.P Price पर मोलभाव कर सकते है ?
जी हां! अगर आपको MRP में दिया हुआ Price या मूल्य ज्यादा लगता है तो आप दुकानदार से एमआरपी पर भी मूलभाव कर सकते है और उस प्राइस को कम करवा सकते है।
MRP apply me dikket
सबसे पहले बात तो ये है की M.R.P सिर्फ प्रोडक्ट्स में अप्लाई होते है सर्विसेज में नहीं ।
और दूसरा जितने भी packed Products होते है M.R.P उन पर अप्लाई तो होता है लेकिन बड़ी मुश्किल की बात तो ये है की बहुत से ऐसे प्रोडक्ट्स आज भी इंडिया में बिकते है जो की Packed नहीं होते जैसे की सब्जिया, फ्रूट्स, सवाल, दाल, मसाले ।
आज भी कए ऐसे प्रोडक्ट्स है जो पैकेजेस में सेल्ल नहीं होते और जिन पर आज भी M.R.P का कोई रूल्स नहीं चल पाता।
M.R.P hone ka fayade?
MRP का सबसे बड़ा फयदा ये है की हर products के Price और मूल्य में समानता होती है हर जगह आपको वो प्रोडक्ट्स same Price में ही मिलेंगे कोई भी दुकानदार अपने मन मर्ज़ी नहीं चला सकता है और न ही एमआरपी में अपने प्राइस टैग लगा कर कोई भी अपने ग्राहकों से साथ cheating नहीं कर सकता।
Kya M.R.P को बंद कर देना चाहिए?
The Hindu न्यूज़ पेपर में कुछ दिन पहले एक आर्टिकल आया उस में कुछ इसी तरह की बातये हुए की Time to abolish the MRP इस आर्टिकल को पढ़िए।
Conclusion
आज हम ने जाना की M.R.P kya hota hai? एमआरपी का फुल फॉर्म क्या होता है और mrp ka kya arth hai? मुझे यकीन है आपको इस आर्टिकल में जानकारी मिले होंगे अगर आप ऐसे ही उसेफुल्ल जानकारी की Updates पाना चाहते है तो इस Website को subscribe करे?
M.R.P ये शब्द तो अपने भी पढ़ा ही होगा जब कभी आप कोई समान खरीदते है तो आप पीछे पलट के एमआरपी तो check करते ही होंगे। आइये जानते है M.R.P kya hota hai